दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं कि बिना पैसों के कुछ नहीं हो सकता मतलब अगर हम यह कहें कि आज के समय में पैसों के बिना जीवन संभव नहीं है तो यह ग़लत नहीं होगा क्योंकि इसी पैसे के बल पर कितने लोगों की जानें बच जाती हैं और कितने पैसों की कमी की वजह से इलाज ना करा पाने की स्थिति में स्वर्ग सिधार जाते हैं| ATM Full Form जुडी सारी जानकारी इस आर्टिकल में आपको मिलेगी |
यदि आपने अपने बैंक अकाउंट में पैसे जमा कर रखें है और आपको कोई इमरजेंसी आ गयी है लेकिन उस समय बैंक बंद है तब आप क्या करेंगे तब तो आपके पास पैसा होते हुए भी आप कुछ नहीं कर पायेंगे क्यो कि पैसे आपके अकाउंट में हैं न कि आपके हाथ में|
इन सभी समस्याओं को ध्यान रखते हुए रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा ATM मशीन को मार्केट में उतारा गया जिसकी मदद से आप कभी भी और कहीं भी एक कार्ड की मदत से पैसे निकाल पायेंगे| दोस्तों आपने अवश्य ही कभी ना कभी ATM मशीन को यूज किया होगा और पैसे निकाले होंगे और यदि नहीं तो इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद जान जाएंगे आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे ATM Full Form या ATM का फुल फार्म क्या है तथा यह भी जानेंगे कि ATM कैसे काम करता है और ATM से पैसे कैसे निकालें अगर आप ATM से जुड़ी जानकारी पाना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें|
ATM का फुल फार्म क्या है – ATM Full Form
ATM का फुल फार्म Automated Teller Machine होता है यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के हल्के प्रयोग से बनायी गयी एक टेलीकम्युनिकेशन डिवाइस है ATM मशीन की मदत से हम कभी भी और कहीं भी बैंक द्वारा जारी कार्ड से अपने अकाउंट से पैसे निकाल सकतें हैं|
ATM के फुल फार्म को लेकर लोगों के मन में तरह -तरह के कंफ्यूजन रहते हैं कुछ लोग ATM का फुल फार्म Any time money बताते हैं जो कि बिलकुल गलत है चूंकि ATM से सम्बंधित प्रश्न कंपटीशन की परीक्षाओं में बहुत पूछें जातें और लोग इन्हीं सब कंफ्यूजनो की वजह से आसान सा प्रश्न गलत कर बैठते हैं इसलिए आप जब भी कोई परीक्षा देने जाये तो जान लें ATM का फुल फार्म Automated Teller Machine होता है-
A – Automated
T – Teller
M – Machine
ATM क्या है?
एटीएम मशीन का सीधा संबंध पैसों से है क्यो कि एटीएम का प्रयोग हम अपने अकाउंट में पैसे जमा करने और निकालने के लिए करतें हैं एटीएम का फुल फार्म आटोमेटेड टेलर मशीन होता है जिसे हिंदी में स्वचालित टेलर मशीन कहते हैं|
एटीएम मशीन से पैसे निकालने या जमा करने के लिए एक कार्ड की जरूरत होती है जिसे बैंक द्वारा जारी किया जाता है इसी कार्ड में आपके बैंक अकाउंट की सारी जानकारी होती है और आपके पास चार अंकों का एक गुप्त कोड होता जिसका प्रयोग करके हम एटीएम से पैसे निकाल और जमा कर पाते हैं।
ATM कैसे काम करता है
एटीएम के काम करने का सिद्धांत बहुत ही साधारण होता है जब हम एटीएम को इस्तेमाल करने जाते हैं तो आपको कार्ड की जरूरत होती है जो आपके पार्टीकुलर अकाउंट के लिए बैंक से जारी किया गया हो|
कार्ड को एटीएम मशीन के कार्ड रीडर में लगाये या स्वैप करें, कार्ड मशीन में लगाने से मशीन में लगा रीडर आपकी डिटेल को चेक करता है और सर्वर के पास पहुंचाकर आपके द्वारा डाले गये पासवर्ड से वेरीफिकेशन करता है कि उक्त अकाउंट आपका ही है या नहीं|
वेरीफिकेशन के बाद आप अपनी डिटेल डालते हैं जैसे कि आपका अकाउंट किस प्रकार का है करेंट या सेविंग इसके बाद आप जितना पैसा निकालना चाहते हैं वह डालते हैं और एटीएम मशीन में कैश डिस्पेंसर कैश को गिनकर बाहर की ओर भेजता है जिसे हम कलेक्ट कर पाते हैं इस प्रकार एटीएम कार्ड की मदद से पैसे निकाल पाते हैं वैसे तो एटीएम का प्रयोग निकालने और जमा करने दोनों के लिए किया जाता है लेकिन सामान्यतः लोग एटीएम का प्रयोग पैसे निकालने के लिए करतें हैं।
ATM के प्रकार
ऐसे एटीएम जो 24×7 बैंक के सर्वर से जुड़े होते हैं इंस प्रकार के ATM आनलाइन ATM की श्रेणी में आते हैं इन एटीएम में कार्ड लगाने के साथ ही यूजर का अकाउंट डायरेक्ट मशीन के साथ पैसे निकाल और जमा कर पाते हैं इन एटीएम से आप उतने ही पैसे निकाल पाते हैं जितने आपके अकाउंट में होते हैं
ऐसे एटीएम जो डायरेक्ट सर्वर से नहीं जुड़े होते हैं मतलब जब आप कार्ड यूज करते हैं तो आपको सर्वर से नहीं कनेक्ट किया जाता बल्कि आपकी ट्रांजेक्शन मशीन तक ही सीमित होता है इस प्रकार के एटीएम आफलाइन एटीएम कहलाते हैं इस प्रकार के ATM से हम अपने बैंक अकाउंट की शेष राशि से अधिक राशि भी निकाल सकते हैं जिसके लिए बैंक आप पर जुर्माना लगाती है बढ़ते अपराधों को देखते हुए इन एटीएम का इस्तेमाल लगभग बंद हो गया है।
ऐसे ATM जो बैंक कैंपस के अंदर लगाये जातें हैं उन्हें आन साइट एटीएम कहते हैं।
जो एटीएम बैंक परिसर के बाहर लगाये जाते हैं उन्हें आफ साइट एटीएम कहते हैं।